Wednesday, October 30, 2024

 रूप सरिता के हैं कई नछत्र ,जो  तरतें रहतें हैं प्रभात   स्नेह  सदन मन  में !
हर नछ्त्र में है शशि कीरणे   इन्द्रधनुषी  , एक रंग जूठे   बैर और दूजा राधा नयन में  स्याम  रंग ....

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