रूप सरिता के हैं कई नछत्र ,जो तरतें रहतें हैं प्रभात स्नेह सदन मन में !
हर नछ्त्र में है शशि कीरणे इन्द्रधनुषी , एक रंग जूठे बैर और दूजा राधा नयन में स्याम रंग ....
हर नछ्त्र में है शशि कीरणे इन्द्रधनुषी , एक रंग जूठे बैर और दूजा राधा नयन में स्याम रंग ....
No comments:
Post a Comment